Sunday 2 December 2018

भूख से लड़ाई में अनाज बैंक की भूमिका सराहनीय


विश्व का और बुन्देलखण्ड का पहला अनाज बैंक बिना किसी भेदभाव के जरूरतमंद महिलाओं को सकारात्मक ढंग से सहयोग कर रहा है, यह हम सभी के लिए प्रेरणा लेने वाली बात है. आज जबकि छोटे-छोटे से कामों में भी जाति, धर्म, परिवार आदि देखे जाने लगते हैं ऐसे समय में अनाज बैंक ने निस्वार्थ भावना से अनाज वितरण का कार्य जारी रखा है. इसके लिए सभी सदस्य बधाई के पात्र हैं. अनाज बैंक का उद्देश्य ही महान है कि कोई भूखा न सोये और इसके द्वारा वह शासन और प्रशासन की मदद ही कर रहा है. गरीब, मजबूर महिलाओं की भूख मिटाने के लिए अनाज बैंक का प्रयास सराहनीय है. उक्त विचार अनाज बैंक, उरई के दिसम्बर माह के पहले वितरण पर विशाल भारत संस्थान मीडिया प्रभारी डॉ० कुमारेन्द्र सिंह सेंगर ने व्यक्त किये. उन्होंने आगे कहा कि बिना किसी सरकारी मदद के सिर्फ जनसहयोग से ऐसे वितरण कार्यक्रम का नियमित रूप से संचालित होना समाज को सन्देश देता है कि अभी समाज में अच्छे लोगों की कमी नहीं हुई है.


इस अवसर पर अनाज बैंक की निदेशक डॉ० अमिता सिंह ने बताया कि पिछले एक साल से अधिक समय में उरई अनाज बैंक ने अपनी पारदर्शिता से केन्द्रीय टीम के सामने विश्वास बनाया है. इसमें उन सभी का भी बहुत बड़ा सहयोग है जो लोग जमाकर्ता रूप में अनाज बैंक से जुड़े हैं. बिना उनके सहयोग के अनाज बैंक अपने कार्य को पूरा नहीं कर सकता है. अनाज बैंक का लगातार प्रयास यही है कि जरूरतमंद महिलाओं को सिर्फ अनाज आटा देकर सहायता जैसी खानापूर्ति न की जाये बल्कि सक्षम महिलाओं को स्वावलंबी बनाये जाने के प्रयास भी किये जा रहे हैं. उन्हें इस बात की ख़ुशी है कि पिछले कुछ समय ये ये प्रयास भी फलीभूत हुए हैं.


अनाज बैंक से विगत कई माह से जुडी एवं सहायता प्राप्त करती सीमा शर्मा ने बताया कि अनाज बैंक टीम की मदद से वे अगले माह से अपना कार्य शुरू करने जा रही हैं. उन्होंने सभी सक्षम महिलाओं को आत्मनिर्भर होने के लिए प्रोत्साहित करते हुए अनाज बैंक का आभार व्यक्त किया. उनके द्वारा वितरण में सहयोग भी प्रदान किया गया. ध्यातव्य है कि विगत माह में अनाज बैंक निदेशक डॉ० अमिता सिंह द्वारा सीमा की सहायता ब्यूटी पार्लर खोलने के सम्बन्ध में की गई थी.


इस वितरण में तीन महिलाओं को आकस्मिक सहायता प्रदान करते हुए पांच किलो आटा प्रदान किया गया. ये तीनों महिलायें अकेली रह रही हैं और उनके आस-पड़ोस वालों से जानकारी प्राप्त हुई कि विगत तीन दिनों से उनको कहीं से भोजन नहीं मिल सका है. वितरण में रामरती, विमला, चंदा, हमीदन, उदयश्री, फातिमा, सावित्री देवी, बेटी बाई, नसरीन, रामकुंवर, सुमन देवी, शमशाद आदि लाभार्थी महिलाओं सहित सीमा शर्मा, धर्मेन्द्र कुमार, रोहित ठाकुर, जीनत परवीन सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे.



अनाज वितरण कार्यक्रम दिसम्बर 2018 - चित्रावली (1)
















Tuesday 20 November 2018

अनाज वितरण नवम्बर 2018 - चित्रावली (1)

01 नवम्बर 2018 को श्रीमती अनिला सिंह राणावत को उनकी द्वितीय पुण्यतिथि पर याद किया गया. इसी दिन अनाज बैंक उरई शाखा का एक वर्ष भी पूर्ण हुआ. इस अवसर पर संपन्न अनाज वितरण कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी, जालौन प्रमिल कुमार सिंह, पूर्व प्राचार्य डीवीकॉलेज, उरई डॉ० आदित्य कुमार, चरखारी विधायक ब्रजभूषण सिंह गुड्डू, फोटो पत्रकार महेन्द्र प्रताप सिंह दाऊ, अनाज बैंक निदेशक डॉ० अमिता सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे. 

उपस्थित अतिथिगण 

अपर जिलाधिकारी जालौन प्रमिल कुमार सिंह 


श्रीमती अनिला सिंह राणावत की पुत्री-पुत्र पौरवी-पौरिक 


पूर्व प्राचार्य, डीवी कॉलेज, उरई डॉ० आदित्य कुमार 


विधायक चरखारी ब्रजभूषण सिंह गुड्डू राजपूत 

अनाज बैंक में जमाकर्ता खाता खोलते अपर जिलाधिकारी जालौन प्रमिल कुमार सिंह 

अनाज बैंक में जमाकर्ता खाता खोलते विधायक चरखारी ब्रजभूषण सिंह गुड्डू  

लाभार्थी महिलाएं 


भोजन-प्रसाद वितरण 

अनाज के साथ वस्त्र वितरण 

बांये से - गणेश शंकर त्रिपाठी, सुभाष चंद्रा, कुमारेन्द्र सिंह सेंगर 

अनाज बैंक उरई शाखा प्रबंधक धर्मेन्द्र कुमार (सबसे दायें) के साथ सदस्य 

अनाज वितरण नवम्बर 2018 - चित्रावली (2)

अनाज बैंक, उरई शाखा द्वारा नवम्बर 2018 माह का दूसरा वितरण - चित्रावली 

पूर्व विधान परिषद् सभापति कुँवर मानवेन्द्र सिंह जी





अतिरिक्त मजिस्ट्रेट लल्लन राम जी


समाज सेविका सुमन सिंह राजा जी

लाभार्थी महिलाएँ


अनाज बैंक, निदेशक डॉ० अमिता सिंह जी के साथ अतिथिगण

Tuesday 23 October 2018

भूख से लड़ाई में अनाज बैंक की सराहनीय भूमिका


भूख से लड़ाई में अनाज बैंक की सराहनीय भूमिका : सुनील चौहान
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कोई भी भूखा न सोये के उद्देश्य के साथ संचालित अनाज बैंक अत्यंत सराहनीय कार्य कर रहा है. वृद्ध, मजबूर  महिलाओं को अनाज वितरण करके अनाज बैंक पवित्र भावना के साथ सामाजिक कार्य कर रहा है. उक्त विचार बुन्देलखण्ड के पहले अनाज बैंक के जोनल कार्यालय, उरई में अक्टूबर माह के दूसरे अनाज वितरण के दौरान एसएस कंप्यूटर के सुनील सिंह चौहान द्वारा व्यक्त किये. उन्होंने अनाज बैंक के अनाज वितरण व्यवस्था को देखकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड में समय के साथ भूख एक समस्या बनती जा रही है. इसके साथ-साथ समाज में वृद्धजनों के प्रति संवेदनहीनता ने भी स्थिति ख़राब की है. ऐसे में वृद्ध महिलाओं के जीवनयापन का संकट पैदा हो जाता है. अनाज बैंक के इस कदम से उन महिलाओं को नया जीवन मिला है.


इस वितरण के अवसर पर नगर की समाजसेवी अभिलाषा यादव द्वारा सौ किलो चीनी के साथ जमाकर्ता के रूप में खाता खुलवाया गया. उन्होंने कहा कि अनाज बैंक नियमित रूप से अपना कार्य कर रहा है. उनका सहयोग भूख के खिलाफ चल रहे आन्दोलन में एक छोटा सा कदम है. इसके द्वारा आगामी माह होने वाले दीपावली के पावन पर्व के लिए महिलाओं में ख़ुशी लाने का एक प्रयास है.

अनाज बैंक की निदेशक डॉ० अमिता सिंह ने अनाज बैंक की भावी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि अगले माह अनाज बैंक की उरई शाखा अपना एक वर्ष पूर्ण कर रही है. इस अवसर पर महिलाओं को अनाज वितरण, उनके स्वावलंबन के साथ-साथ ऐसे बच्चों को भी गोद लेने का विचार है जो बेसहारा हैं. अनाज बैंक उनकी शिक्षा, रहन-सहन, खान-पान की जिम्मेवारी उठाएगा. इस सम्बन्ध में अनाज बैंक के चेयरमैन और संस्थापक डॉ० राजीव श्रीवास्तव से विस्तार में चर्चा हुई और उनकी सहमति इस सम्बन्ध में प्राप्त हुई.

आज के वितरण में लक्ष्मी, किरण, परवीन, सुशीला, जीनत, मीना, गुलिश्मा आदि सहित लगभग नब्बे महिलाओं को अनाज वितरित किया गया. इस वितरण में प्रमोद पोरवाल, भरत  सेठ, पौरवी राणावत, उदित यादव, धर्मेन्द्र कुमार, रोहित ठाकुर, डॉ० कुमारेन्द्र सिंह सेंगर आदि ने भी सहयोग किया. अगला वितरण एक नवम्बर को होगा. गत वर्ष इसी दिन उरई में अनाज बैंक की शुरुआत हुई थी.

अनाज वितरण अक्टूबर 2018 - चित्रावली (2)