Tuesday 23 October 2018

भूख से लड़ाई में अनाज बैंक की सराहनीय भूमिका


भूख से लड़ाई में अनाज बैंक की सराहनीय भूमिका : सुनील चौहान
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कोई भी भूखा न सोये के उद्देश्य के साथ संचालित अनाज बैंक अत्यंत सराहनीय कार्य कर रहा है. वृद्ध, मजबूर  महिलाओं को अनाज वितरण करके अनाज बैंक पवित्र भावना के साथ सामाजिक कार्य कर रहा है. उक्त विचार बुन्देलखण्ड के पहले अनाज बैंक के जोनल कार्यालय, उरई में अक्टूबर माह के दूसरे अनाज वितरण के दौरान एसएस कंप्यूटर के सुनील सिंह चौहान द्वारा व्यक्त किये. उन्होंने अनाज बैंक के अनाज वितरण व्यवस्था को देखकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड में समय के साथ भूख एक समस्या बनती जा रही है. इसके साथ-साथ समाज में वृद्धजनों के प्रति संवेदनहीनता ने भी स्थिति ख़राब की है. ऐसे में वृद्ध महिलाओं के जीवनयापन का संकट पैदा हो जाता है. अनाज बैंक के इस कदम से उन महिलाओं को नया जीवन मिला है.


इस वितरण के अवसर पर नगर की समाजसेवी अभिलाषा यादव द्वारा सौ किलो चीनी के साथ जमाकर्ता के रूप में खाता खुलवाया गया. उन्होंने कहा कि अनाज बैंक नियमित रूप से अपना कार्य कर रहा है. उनका सहयोग भूख के खिलाफ चल रहे आन्दोलन में एक छोटा सा कदम है. इसके द्वारा आगामी माह होने वाले दीपावली के पावन पर्व के लिए महिलाओं में ख़ुशी लाने का एक प्रयास है.

अनाज बैंक की निदेशक डॉ० अमिता सिंह ने अनाज बैंक की भावी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि अगले माह अनाज बैंक की उरई शाखा अपना एक वर्ष पूर्ण कर रही है. इस अवसर पर महिलाओं को अनाज वितरण, उनके स्वावलंबन के साथ-साथ ऐसे बच्चों को भी गोद लेने का विचार है जो बेसहारा हैं. अनाज बैंक उनकी शिक्षा, रहन-सहन, खान-पान की जिम्मेवारी उठाएगा. इस सम्बन्ध में अनाज बैंक के चेयरमैन और संस्थापक डॉ० राजीव श्रीवास्तव से विस्तार में चर्चा हुई और उनकी सहमति इस सम्बन्ध में प्राप्त हुई.

आज के वितरण में लक्ष्मी, किरण, परवीन, सुशीला, जीनत, मीना, गुलिश्मा आदि सहित लगभग नब्बे महिलाओं को अनाज वितरित किया गया. इस वितरण में प्रमोद पोरवाल, भरत  सेठ, पौरवी राणावत, उदित यादव, धर्मेन्द्र कुमार, रोहित ठाकुर, डॉ० कुमारेन्द्र सिंह सेंगर आदि ने भी सहयोग किया. अगला वितरण एक नवम्बर को होगा. गत वर्ष इसी दिन उरई में अनाज बैंक की शुरुआत हुई थी.

अनाज वितरण अक्टूबर 2018 - चित्रावली (2)














Saturday 13 October 2018

अनाज बैंक ने अपनी सर्वश्रेष्ठ सेवा के तीन वर्ष पूरे किये

आज 13 अक्तूबर को विश्व के पहला अनाज बैंक ने अपनी सर्वश्रेष्ठ सेवा के तीन वर्ष पूरे किये. बुन्देलखण्ड के उरई स्थित पहले अनाज बैंक के कार्यों से प्रेरित होकर इस अवसर पर नगर के कुछ गणमान्य लोग खाताधारक के रूप में जुड़े. एक भूखे परिवार और उनके बच्चों का पेट भरने में आप भी अनाज बैंक टीम का हिस्सा बने हैं, उनको साधुवाद, उनका आभार. 
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डॉ० ए०के० सक्सेना, प्राचार्य, गाँधी महाविद्यालय, उरई 
श्री गौरव चौहान द्वारा डॉ० ऋचा सिंह राठौड़, सहायक प्राध्यापक, रक्षा अध्ययन विभाग, गाँधी महाविद्यालय, उरई
डॉ० विनीत चतुर्वेदी, सहायक प्राध्यापक, समाजशास्त्र, कालपी कॉलेज, कालपी
डॉ० विश्वप्रभा त्रिपाठी, मनोविज्ञान विभाग, गाँधी महाविद्यालय, उरई
डॉ० कंचन, सहायक प्राध्यापक, मनोविज्ञान विभाग, गाँधी महाविद्यालय, उरई
डॉ० ममता, संस्कृत विभाग, गाँधी महाविद्यालय, उरई


सदस्यता फॉर्म भरते डॉ० विनीत चतुर्वेदी 

डॉ० विनीत चतुर्वेदी के साथ डॉ० अमिता सिंह, धर्मेन्द्र कुमार 

जमाकर्ता फॉर्म देते डॉ० ए० के० सक्सेना, प्राचार्य गाँधी महाविद्यालय, उरई 

डॉ० ऋचा सिंह राठौड़, सहायक प्राध्यापक, गाँधी महाविद्यालय, उरई 

बांये से - डॉ० सुनीता गुप्ता, डॉ० विश्वप्रभा त्रिपाठी, डॉ० कंचन, डॉ० ममता
गाँधी महाविद्यालय, उरई