विश्व के पहले अनाज बैंक के संस्थापक
और चेयरमैन डॉ० राजीव श्रीवास्तव की प्रेरणा से डॉ० अमिता सिंह के निर्देशन में संचालित
बुन्देलखण्ड के पहले अनाज बैंक द्वारा मार्च माह का पहला अनाज वितरण कार्यक्रम उरई
स्थित जोनल कार्यालय में संपन्न हुआ। आज का अनाज वितरण प्रसिद्द इतिहासकार
देवेन्द्र सिंह और दयानंद वैदिक कॉलेज, उरई के राजनीति विभाग के अध्यक्ष डॉ०
आदित्य कुमार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। देवेन्द्र सिंह ने डॉ० अमिता सिंह
जी के इस कदम पर प्रसन्नत व्यक्त करते हुए कहा कि उनका परिवार सदा से ही सामाजिक
कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता रहा है। ये उसी कार्य का विस्तार है। इस तरह के
कार्य से वास्तविक जमीनी कार्य किया जा रहा है। डॉ० राजीव दीक्षित की यह परिकल्पना
प्रशंसनीय है। डॉ० आदित्य कुमार ने कहा कि इस कार्य में सभी लोग सहयोग कर रहे हैं.
इसके बाद भी अभी बहुत से लोगों को आगे आने की जरूरत है। समाज के सभी लोगों के साथ
आने से ही समाज के वंचितों, मजबूरों को सहायता मिलेगी।
अनाज बैंक, बुन्देलखण्ड क्षेत्र की
महाप्रबंधक डॉ० अमिता सिंह ने बताया कि आज भी लगभग सत्तर महिलाओं को इस योजना का
लाभ मिला। कई और महिलाओं के आवेदन इस सम्बन्ध में प्राप्त हुए हैं. अनाज बैंक के
नियमानुसार उनका सर्वेक्षण कर जल्द ही जरुरतमंद महिलाओं को इसका लाभ दिया जायेगा। अपनी
भावी योजना के बारे में बताते हुए जानकारी दी कि जल्द ही इन्हीं महिलाओं में से
सक्षम महिलाओं को स्वावलंबी बनाये जाने सम्बन्धी कदम उठाया जायेगा। इसके लिए
सहयोगी लोगों से समुचित बातचीत हो चुकी है। अनाज बैंक का उद्देश्य इन महिलाओं को
सिर्फ अनाज देना भर नहीं है वरन उनको आत्मनिर्भर भी बनाना है। इससे इन महिलाओं में
आत्मविश्व भी बढ़ेगा तथा अनाज बैंक अधिक से अधिक महिलाओं को मदद कर सकेगा।
इस अवसर
पर संजना श्रीवास्तव, ममता मिश्रा, रोहित, धर्मेन्द्र, मनोज, गणेश शंकर त्रिपाठी, ओंकार
पिंडारी, डॉ० कुमारेन्द्र सिंह सेंगर आदि सहित अनेक लोग उपस्थित हुए। मार्च माह का
दूसरा अनाज वितरण तीसरे रविवार, 18 तारीख को प्रातः 10 बजे से किया जायेगा।
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